Tuesday, January 7, 2014

iifl manipuram gold vidyadhar nagar

आईआईएफएल और मणप्पुरम गोल्ड लोन डकैती में एक गिरोह

 
बरामद सोना गलाया हुआ 
सीकर में एक बदमाश के घर से ढाई किलो सोना, महंगी बाइक व भूखंड के दस्तावेज बरामद 
जयपुर/सीकर त्न आईआईएफएल गोल्ड लोन कंपनी में डकैती डालने वाले गिरोह के मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी में फरवरी 2013 में हुई डकैती से भी तार जुड़ गए हंै। सोमवार को गिरफ्तार हुए डकैती के मुख्य सरगना बृजेश उर्फ विजेंद्र को पुलिस ने मंगलवार को कोर्ट में पेशकर सात दिन के रिमांड पर लिया। प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि आईआईएफएल गोल्ड लोन में डकैती करने वाले गिरोह के दो-तीन बदमाश मणप्पुरम गोल्ड लोन डकैती में शामिल थे। वारदात के वक्त वे नकाबपोश थे। ऐसे में पुलिस अभी अधिकृत रूप से पुष्टि नहीं कर रही है, हालांकि उनका कहना है कि मणप्पुरम डकैती में इसी गिरोह का हाथ रहा है। डकैतों की तलाश में पुलिस टीमें शेखावाटी क्षेत्र, गुडग़ांव, दिल्ली व अन्य राज्यों में भेजी गई हैं।

उधर, पुलिस को पिछले कुछ दिनों से गायब इंदिरा गांधी एयरपोर्ट कर्मचारी व डकैती में शामिल संजय बिजारणियां के विदेश भागने की सूचनाएं मिली हैं।

फतेहपुर का हिस्ट्रीशीटर पकड़ा : पुलिस ने मंगलवार को अजमेर हाईवे से फतेहपुर थाने के एक हिस्ट्रीशीटर को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि वह भी इस वारदात से जुड़ा हो सकता है।





उसे एयरपोर्ट से लौटते समय पकड़ा गया।

डकैती में शामिल मनीष बाजिया। (फाइल फोटो)

एडिशनल डीसीपी (उत्तर) राजेश सिंह ने बताया कि पुलिस टीम ने मंगलवार को गिरोह में शामिल सुरेंद्र सिंह मील के सीकर में पैतृक गांव में दबिश देकर तलाशी ली। इसमें लूटा गया करीब ढाई किलो सोना, महंगी बाइक और भूखंड के दस्तावेज मिले। बरामद हुआ सोना गलाया हुआ है। उसके द्वारा पिछले दिनों जमीनें खरीदने की भी जानकारी मिली है। पता चला कि डकैती डालने वाला मनीष बाजिया, संजय, सुरेंद्र सिंह मील, राकेश मील व कुछ अन्य साथी 20 दिसंबर को नेपाल घूमने चले गए, लेकिन वहां से लौटते वक्त वे अलग-अलग हो गए।

मोबाइल प्रयोग में नहीं लिए

बदमाशों ने फरवरी 2013 में मणप्पुरम गोल्ड लोन डकैती और फिर नवंबर में आईआईएफएल में डकैती से पहले और बाद में करीब पांच-छह किलोमीटर के इलाके में मोबाइल फोन का उपयोग नहीं किया, ताकि पुलिस से बच सकें। 

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