Thursday, January 9, 2014

four wheeler lifter beechwal bikaner 07

वाहन चोर गिरोह से चार बोलेरो कैंपर व दो बाइक बरामद

 
बीकानेर में की आठ वारदातें, चार अभियुक्त गिरफ्तार 
भास्कर न्यूज त्न बीकानेर
बीकानेर पुलिस ने बोलेरो गाडिय़ां चुराने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनसे चार बोलेरो कैंपर व बाइक बरामद की है। सीओ सदर प्रेमदान चारण ने बीछवाल पुलिस थाने में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि बीकानेर में बोलेरो गाडिय़ां चुराने वाला गिरोह सक्रिय था। गिरोह के सदस्यों ने लालगढ़ में करणी नगर, इन्द्रा कॉलोनी, श्रीडूंगरगढ़, कीर्ति स्तंभ से पांच बोलेरो व कैंपर गाडिय़ां चुराई। करणी नगर में गाड़ी चुराने वाले चोर सीसी टीवी कैमरे में कैद हो गए जो शेखावटी लग रहे थे। गिरोह के सदस्यों की तलाश में पुलिस की अलग-अलग टीमों को झुंझुनूं, बुहाना और खेतड़ी भेजा गया। पुलिस ने झुंझुनूं में सिंघाना थाना क्षेत्र के भैंसावता खुर्द निवासी दिनेश चौधरी (25), बुहाना में इस्माइलपुर निवासी सुरेन्द्र उर्फ सूर्या स्वामी (24) व सुनील मेघवाल (24) तथा कलोठ कला निवासी ओमवीर उर्फ मोटिया (24) को गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्तों ने बीकानेर में आठ वारदातों को अंजाम देना स्वीकार किया है। पुलिस ने चार बोलेरो कैंपर व दा बाइक बरामद कर ली हैं। अभियुक्तों को गुरुवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।

गौरतलब है दो जनवरी को सायंकाल रतनबिहारी पार्क से दंतोर मंडी निवासी लालचंद शर्मा की बोलेरो गाड़ी चोरी हो गई थी। पुलिस ने श्रीडूंगरगढ़ में गाड़ी बरामद कर नोखा में मुकाम निवासी राजेन्द्र उर्फ राजेश बिश्नोई को गिरफ्तार कर लिया था। उससे पूछताछ के बाद गिरोह का खुलासा हुआ। बाद में पुलिस ने झुंझुनूं निवासी कुंदन मेघवाल को भी गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों अभियुक्तों को कोटगेट थाना पुलिस ने रिमांड पर ले रखा है। गिरोह के सदस्यों ने बीकानेर के अलावा जयपुर, भरतपुर व राज्य के अन्य जिलों में भी वाहन चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है।

चोर गिरोह का पता लगाने वाली टीम

बीछवाल पुलिस थाने के एसएचओ इन्द्रकुमार, एएसआई श्रवण, हेड कांस्टेबल ताराचंद, कांस्टेबल हरीराम, हरलाल, मुकेश, इंस्पेक्टर इस्लाम खां, नरेन्द्र पूनिया व प्रशांत कौशिक

अभियुक्तों से बरामद गाडिय़ां।

पुलिस के हाथ लगे चोर गिरोह के सदस्य।

चोरी की गाडिय़ों से करते थे तस्करी

वाहन चोर गिरोह के सदस्य चोरी की हुई गाडिय़ों को तस्करी के काम में लेते थे। अभियुक्तों से पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि चोरी की गाडिय़ों से आपराधिक वारदातों को अंजाम दिया जाता था। शराब व अन्य मादक पदार्थों की तस्करी की जाती थी। गिरोह के सदस्य गाड़ी चुराने के बाद 30 से 35 हजार में ही बेच भी देते थे। अभियुक्तों ने हरियाणा में कई जगह गाडिय़ां बेची।

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