41 बोरों में भरा साढ़े दस लाख का डोडा पोस्त बरामद, चार गिरफ्तार
ढेहरु गांव की सरहद में शनिवार दोपहर में कार्रवाई, डोडा पोस्त की अवैध सप्लाई का शक नहीं हो इसलिए ट्रक खराब होने का नाटक रच कर जोड़ रखा था क्रेन से, साथ ही ट्रक के ऊपरी हिस्से में भर रखे थे संतरे
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भास्कर न्यूज. खींवसर
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खींवसर थानाधिकारी पांचूराम ने बताया कि उन्हें शनिवार को दिन में करीब 11 बजे मुखबिर से सूचना मिली कि जोरावरपुरा सहित आस-पास के गांवों में ट्रक से अवैध डोडा पोस्त सप्लाई होगा। ढेहरु गांव की सरहद में नाकाबंदी कर वाहनों की तलाशी ली। इसी दौरान एक ट्रक को क्रेन से जोड़कर कच्चे मार्ग से जोरावरपुरा कर तरफ ले जाते देखा गया। ट्रक रुकवाकर तलाशी ली और उसमें सवार लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने कहा कि ट्रक खराब हो गया है। तैयार कराने ले जा रहे हैं। साथ ही ट्रक में संतरे भरे बताए। लेकिन उनसे पूछा गया कि ट्रक को कच्चे मार्ग से कहां ठीक करवाने ले जा रहे हो। इस पर शक के आधार पर पुलिस ने ट्रक की छानबीन की। ट्रक में भरे संतरे के कार्टन उतारे तो नीचे डोडा पोस्त के बोरे थे। इस पर ट्रक में सवार खुंडाला गांव के गोविंद राम पुत्र मघाराम जाट व कानाराम पुत्र गंगाराम जाट को गिरफ्तार कर लिया। क्रेन में बैठे बूंदी जिले के पाछोला निवासी रामस्वरूप प्रजापत व रफीक पुत्र बाबू भाई को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की कार्रवाई के दौरान एक साथी मौके से भाग गया। पुलिस ने बताया कि ट्रक व क्रेन को एक बोलेरो में सवार दो लोग एस्कॉर्ट कर रहे थे। उन्होंने ही पुलिस की नाकाबंदी की खबर ट्रक चालक तक पहुंचाई। इस कारण उन्होंने ट्रक को जोरावरपुरा जाने वाले कच्चे मार्ग में उतार लिया। पुलिस एस्कॉर्ट करने वाले लोगों को गिरफ्तार नहीं कर सकी। थानाधिकारी ने बताया कि ट्रक में संतरों के नीचे अलग-अलग साइज के 41 बोरों में साढ़े पंद्रह क्विंटल डोडा पोस्त भरा था। इसकी कीमत करीब साढ़े दस लाख रुपए है। संतरे ले गए लोग थाने के बाहर पुलिस कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए। लोगों में संतरे ले जाने की होड़ मच गई। पुलिस ने उनसे डोडा पोस्त के बोरे थाने ले जाने में सहयोग लिया। वहीं लोग संतरे ले गए। पुलिस समझे ट्रक खराब है, इसलिए जोड़ी क्रेन से क्षेत्र में डोडा पोस्त की कमी के बाद डिमांड बढऩे पर तस्करों ने सप्लाई करने के लिए नए-नए तरीके अपना लिए है। पुलिस की सख्ती के चलते आसानी से ट्रक में बड़ी मात्रा में डोडा पोस्त की सप्लाई नहीं हो सकती। इसलिए तस्करों ने एक नया तरीका अपनाया है। शनिवार को गिरफ्तार हुए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि पुलिस को पता नहीं चले और शक नहीं हो, इसलिए उन्होंने ट्रक को क्रेन से जोड़ लिया। इससे पुलिस यह समझे की ट्रक खराब है और तलाशी भी नहीं ले। साथ ही ट्रक के ऊपरी हिस्से में संतरों के कार्टन भी रख दिए। जिससे की तलाशी भी ले तो संतरे देखकर छोड़ दे। लेकिन शनिवार को पुख्ता सूचना के कारण तरकीब काम नहीं आई। कसनाऊ के ओमप्रकाश सहित तीन की तलाश एएसपी रतनलाल भार्गव ने बताया कि ट्रक को बोलेरो सवार खेड़ापा क्षेत्र के कसनाऊ गांव का ओमप्रकाश व सुरजाराम एस्कॉर्ट कर रहे थे। पुलिस ने दोनों का पीछा किया, लेकिन भाग गए। वहीं क्रेन में सवार जोधपुर के जाखण गांव का अणदू सिंह भी ट्रक की तलाशी के दौरान मौका देखकर भाग गया। इन तीनों की तलाश के लिए पुलिस ने जोधपुर व नागौर क्षेत्र में नाकाबंदी की, लेकिन देर शाम तक पकड़े नहीं जा सके। तीनों की तलाश के लिए दबिशें दी जा रही है। तस्करों ने बचाव के लिए ्रक को क्रेन से तो जोड़ लिया, लेकिन यह ट्रक नया था और नंबर भी नहीं लिखे हुए थे। नया ट्रक होने के कारण पुलिस को शक हो गया कि ट्रक खराब तो नहीं है। वहीं मुखबिर की भी सूचना के बाद एएसपी भार्गव ने भी ट्रक की पूरी तलाशी लेने के आदेश दिए।पुलिस ने ट्रक सीज कर तलाशी ली तो डोडा पोस्त मिले। इस पर क्रेन आरजे 06 इए 2440 व ट्रक को सीज कर लिया। पुलिस समझे ट्रक खराब है, इसलिए जोड़ी क्रेन से क्षेत्र में डोडा पोस्त की कमी के बाद डिमांड बढऩे पर तस्करों ने सप्लाई करने के लिए नए-नए तरीके अपना लिए है। पुलिस की सख्ती के चलते आसानी से ट्रक में बड़ी मात्रा में डोडा पोस्त की सप्लाई नहीं हो सकती। इसलिए तस्करों ने एक नया तरीका अपनाया है। शनिवार को गिरफ्तार हुए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि पुलिस को पता नहीं चले और शक नहीं हो, इसलिए उन्होंने ट्रक को क्रेन से जोड़ लिया। इससे पुलिस यह समझे की ट्रक खराब है और तलाशी भी नहीं ले। साथ ही ट्रक के ऊपरी हिस्से में संतरों के कार्टन भी रख दिए। जिससे की तलाशी भी ले तो संतरे देखकर छोड़ दे। लेकिन शनिवार को पुख्ता सूचना के कारण तरकीब काम नहीं आई। ॥चारों आरोपियों से पूछताछ चल रही है। पूछताछ में बताया कि वे डोडा पोस्त राजस्थान की बॉर्डर से लगे मध्यप्रदेश के पीपलखेड़ा से लेकर आए थे। प्रारंभिक पूछताछ में उन्होंने ओमप्रकाश को सूत्रधार बताया है। ओमप्रकाश व उसके साथियों की तलाशी जारी है।ञ्जञ्ज रतनलाल भार्गव, एएसपी-नागौर खींवसर. ट्रक से उतार कर थाने ले जाने के लिए जीप में डालते बोरे। |