Tuesday, February 4, 2014

dhan singh hitesh 19

पुलिस का दावा- जैमर लगी जेल में पूरा लेन-देन मोबाइल पर जेल अधीक्षक बोले- हमारे जैमर नहीं रोक सकते 3जी नेटवर्क

 
प्रतापनगर फायरिंग केस में छह गिरफ्तार, सुपारी की किस्त के 27 हजार रु. और हथियार बरामद 
जेल में तैयार किया सुपारी किलर, छूटने पर जेल से ही दी टास्क, वहीं बैठे रकम भी पहुंचा दी 
...किसी भी मामले में आज तक कुछ भी नहीं हुआ।
जेल अधीक्षक का पद पिछले डेढ़ साल से खाली है। कार्यवाहक के भरोसे चल रही है जेल। 
जोधपुर जेल में तीन साल पहले एक करोड़ रुपए खर्च कर जैमर लगाए गए थे। लोगों की परेशानी यह है कि जेल के बाहर नेटवर्क नहीं मिलता। लेकिन डीसीपी (पश्चिम) हिंगलाजदान ने यही बताया है कि सारी साजिश जेल से मोबाइल पर ही रची गई। पैसा कहां से मिलेगा, कौन पहुंचाएगा और हथियारों का इंतजाम कौन करेगा सब कुछ जेल से ही तय हुआ। 
जोधपुर जेल के कार्यवाहक अधीक्षक राकेश मोहन शर्मा का कहना है कि जेल में लगे जैमर में तकनीकी परेशानी है। यह 2जी मोबाइल नेटवर्क तो रोक सकता है लेकिन 3जी नेटवर्क नहीं रोक पाता। इसके अपग्रेडेशन और मेंटेनेंस को लेकर हमने कई बार उच्चाधिकारियों को लिखा। यह अलग बात है कि यह समस्या शुरू से बनी हुई है। इस दौरान यहां एक जेलर की हत्या भी हो चुकी। 
1 भंवरी प्रकरण के आरोपी विशनाराम व कैलाश जाखड़ को कुछ बदमाश हाईकोर्ट परिसर में फायरिंग कर छुड़ा ले गए थे। इसकी साजिश जेल में रची गई।
2 शहर में चार पहिया वाहन चोरों की जो भी गैंग पकड़ी गई, पुलिस के अनुसार गाड़ी की डिमांड और सप्लाई के निर्देश जेल से ही आई है।
3 कुख्यात बदमाश अनिल पंड्या पर जोधपुर जेल में हुए हमले की साजिश भी जेल के अंदर व बाहर बैठे बदमाशों ने मोबाइल पर ही रची थी। 
यह हाल उस जेल का, जहां बंद हैं खूंखार आतंकी और आसाराम जैसे हाई प्रोफाइल आरोपी
भास्कर न्यूज त्न जोधपुर
प्रतापनगर बस स्टैंड पर 20 जनवरी ट्रैवल एजेंसी संचालक शैतानसिंह पर फायरिंग की सुपारी जोधपुर जेल में बैठे कुख्यात गैंगस्टर धनसिंह ने ली थी। उसने जेल में ही साजिश रची और वहीं से 40 हजार रुपए एडवांस देकर दो बदमाशों को फायरिंग के लिए भेजा। इनमें से एक हितेषसिंह जेल में उसके साथ रहा था। हाल ही हितेष जेल से छूटा था। जोधपुर पुलिस ने साजिश का खुलासा करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए बदमाशों से पुलिस ने दो पिस्टल और दो दर्जन जिंदा कारतूस के अलावा 27 हजार रुपए की नकदी भी बरामद की है। यह हाल उस जेल का है जो देश की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक मानी जाती है। यहां एक दर्जन से ज्यादा खूंखार आतंकी और आसाराम जैसे हाई प्रोफाइल लोग बंद हैं।
पुलिस की गिरफ्त में प्रतापनगर फायरिंग मामले के छह आरोपी।
हम अपग्रेडेशन के लिए कई बार लिख चुके : का. जेल अधीक्षक
पैसे से लेकर हथियार पहुंचाने तक की साजिश जेल से: पुलिस
अपराधियों के काम की तकनीक, बार-बार वारदातें 

No comments:

Post a Comment