Sunday, February 9, 2014

Police play vigilante, arrest 85 for urination near heritage sites

Police play vigilante, arrest 85 for urination near heritage sites







JAIPUR: Police in the Walled City is not responsible for catching just thieves and murderers but also ensuring that there is law and order their jurisdiction. For the past few years, the cops there are also conserving the city's heritage and that too in a peculiar way -if they see someone urinating in public near the heritage sites, they take the person's photograph and arrest him. As many as 85 people were arrested for this crime last year alone.

Police said people peeing near heritage properties are embarrassing for the city's civic authorities. "Hawa Mahal, Sargasuli, Tal Katora and Govind Dev Ji temple are among some of the world famous heritage properties. People from all over the world come to visit them. It is quite embarrassing when the tourists see people peeing near these properties," Khiv Singh, ACP, Kotwali told TOI.

He further said the consequences of this practice go far beyond embarrassment. "These places look so dirty. They are horribly unhygienic and stink. Pedestrians have to avoid landing in puddles created by urine near these places. The civic authorities seek police's help to contain this problem as it is a crime as per the law," ACP, Manak Chowk, Alok Sharma said.

The officer said peeing at such heritage properties amount to defacement of public properties which is a crime. "It is punishable under sections of the Rajasthan Prevention of Defacement of Public Property Act, 2006. The accused is photographed in the act as evidence, arrested and then immediately released on bail by the police. The person has to appear before the court which slaps a fine and lets him off," said the officer.

The officer added the police patrolling cars keep an eye on people urinating at public places in the Walled City. The photograph they take of the offender peeing is submitted in the court as evidence.

The officer said some people literally beg to let them go when they are caught. "However, we arrest the offenders. It is another thing that we have to release them on the spot after making him sign a bail bond. The concerning court summons these people and releases them after slapping fine," said the officer.

"We arrested 39 people in Kotwali circle alone last year. Another 45 people were arrested in Manak Chowk circle," said a senior police officer.

The lack of public toilets in the Walled City is a problem which leads to people peeing in open. "First, there are only a handful of public toilets. Second, the available ones are in such pathetic state that it seems they have not been cleaned for years. Urine spills out of them onto the roads," said another police officer asking anonymity
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Saturday, February 8, 2014

mev 29 highway

हाइवे पर बदमाशों का खौफ भले ही सिकंदरा पुलिस ने सात दिन के अंतराल में तीसरी बड़ी कार्रवाई कर बदमाशों को दबोच लिया, लेकिन ये आंकड़े साफ जाहिर कर रहे हैं कि नेशनल हाइवे पर रात में बदमाश बेखौफ दौड़ रहे हैं। दो दिन पहले गो तस्करों ने चार थानों की पुलिस को रात भर हाइवे पर दौड़ाया। इसके दो दिन बाद शुक्रवार रात हाइवे पर पेट्रोल पंप पर डकैती डालने के लिए पांच सशस्त्र बदमाश पहुंच गए। हाइवे पर रात के समय कई लूट की वारदातें हो चुकी हैं। रातभर पुलिस ने की मशक्कत दुब्बी त्न बदमाशों को पकडऩे के लिए सिकंदरा पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। बदमाश टोल प्लाजा के पास वाहन को छोड़कर खेतों में छिप गए। पुलिस को एक खेत में मोबाइल मिल गया। जिससे बदमाशों को ढूढने में काफी मदद मिली। दो बदमाशों को पुलिस ने खेतों से पकड़ा। दो टोल प्लाजा से तीन किलोमीटर दूर दुब्बी में ढाबे पर आकर छिप गए। मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ढाबों पर तलाश करने लगी। पुलिस की भनक लगने पर बदमाश ट्रक की केबिन में छिप गए। पुलिस ने मोबाइल से उन्हें पकड लिया। एक बदमाश रातभर टोल प्लाजा के पास ढाबे पर छिपा रहा है। सुबह बस में बैठकर जयपुर सिंधी कैंप पहुंच गया। आरोपी दिल्ली रोड पर बस से फरार होने की फिराक में था।

 
सिकंदराय/दौसा/दुब्बी . सिकंदरा पुलिस ने शनिवार तड़के नेशनल हाइवे पर पेट्रोल पंप में डकैती का षड्यंत्र रचते पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पुलिस ने दो कट्टे व छह जिंदा कारतूस सहित अन्य हथियार भी बरामद किए हैं। इन्हें पकडऩे के लिए पुलिस को रात भर पीछा करते हुए हाइवे व खेतों में दौड़ लगानी पड़ी। गिरधरपुरा गांव में आरोपियों के होने के शक पर ग्रामीणों को जगाकर घेराबंदी भी कराई।
थाना प्रभारी वीरसिंह के मुताबिक एसपी अंशुमान भौमिया के निर्देश पर हाइवे पर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए चलाई जा रही नाकाबंदी के दौरान रात करीब 2:30 बजे मुखबिर से सूचना मिली कि पांच बदमाश सिकंदरा चौराहे के मानपुर रोड पर पुलिया के नीचे बैठकर डकैती की साजिश रच रहे हैं। इस पर पुलिस ने टीम बनाकर दबिश दी।
एसपी अंशुमन भौमिया ने बताया कि डकैती की योजना बना रहे बदमाश आजीद पुत्र आजाद मेव, सद्दाम पुत्र मदनी मेव, नजरुद्दीन पुत्र हसन मेव व नौमान पुत्र मदनी मेव निवासी पलड़ी जिला नूह हरियाणा एवं बसीर पुत्र मुजाद मेव निवासी जलालपुर हरियाणा को गिरफ्तार कर एक वाहन, देसी कट्टा 12 बोर, देसी कट्टा 315 बोर, 12 कारतूस, दो लोहे के सरिए जब्त किए हैं। यह गिरोह वाहन चोरी, हाइवे व मेगा हाइवे पर लूट, डकैती व गो तस्करी की घटनाओं में लिप्त हैं। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे मानपुर रोड पर पेट्रोल पंप पर डकैती की तैयारी में थे।
ग्रामीणों से कराई घेराबंदी
थाना प्रभारी वीरसिंह ने बताया कि दबिश के दौरान दो बदमाशों के मौके से फरार होकर गांवों में घुसने पर उन्होंने पुलिस जीप में लगे माइक के माध्यम से गिरधरपुरा में ग्रामीणों को जगाकर आरोपियों के खेतों में घुसने की जानकारी दी। इस पर ग्रामीण डंडे व टार्च लेकर आ गए तथा घेराबंदी की। बाद में उन्हें मोबाइल लोकेशन के आधार पर पकड़ लिया।
सात दिन में तीसरी कार्रवाई
सिकंदरा पुलिस ने थाना प्रभारी वीरसिंह के नेतृत्व में सात दिन में तीसरी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। पुलिस ने करीब पांच दिन पहले दुब्बी से दूध चोरी के मामले का खुलासा कर आरोपी पकड़े थे। इसके बाद दो दिन पहले सिकंदरा चौराहे पर गायों से भरे वाहन को जब्त कर आरोपियों को गिरफ्तार किया तथा शनिवार तड़के हाइवे से वाहन चुराने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर दिया।
वारदात से पहले रैकी
दौसा त्न गिरफ्तार आरोपी वाहन से रैकी कर अपराध करने की योजना बनाते हैं। वारदात के समय कम से कम पांच जनों का गिरोह रहता है। यह गिरोह साथ में धारदार हथियार, लोहे की राड़, कट्टे सहित वाहन में लैस होकर घटना को योजना बद्ध तरीके से अंजाम देते हैं और एक साथ हमला करते हैं 

udaipur firing case narendra paneri kiran menaria 27 sylvester

नगर संवाददाता त्न उदयपुर
भूपालपुरा पी रोड पर भू व्यवसायी का नाम लेकर फायरिंग करने वाले नरेन्द्र पानेरी और किरण मेनारिया की चित्तौडग़ढ़ में गिरफ्तारी हुई है। दोनों ने उदयपुर से फरार होकर गुरुवार रात चित्तौडग़ढ़ में एक सरकारी कर्मचारी को गोली मारकर लूटने का प्रयास किया था।
हिरणमगरी थाना पुलिस की मदद से शुक्रवार दोपहर चित्तौड़ कोतवाली थाना पुलिस ने नरेन्द्र और किरण को गांधीनगर स्थित एक कमरे पर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। भू व्यवसायियों से अवैध वसूली के मकसद से दहशत फैलाने के लिए पी रोड पर फायरिंग करने वाले मुख्य आरोपी सोहराबुद्दीन एनकाउंटर प्रकरण से जुड़े सिलवेस्टर की गिरफ्तारी अभी बाकी है।
चित्तौडग़ढ़ में सरकारी कर्मचारी को लूटा था, वहीं पकड़ा गया
27 जनवरी को नरेन्द्र पानेरी और किरण ने मुख्य आरोपी सिलवेस्टर के साथ मिलकर भूपालपुरा पी रोड पर व्यापारी का नाम लेकर फायरिंग की थी। आरोपी उदयपुर के व्यवसायियों से अवैध वसूली करने के लिए दहशत फैलाना चाहते थे। नरेन्द्र और किरण हिरणमगरी थाने के हिस्ट्रीशीटर हैं। फायरिंग के इस मामले का एक आरोपी रवि खटीक पिछले दिनों गिरफ्तार हो चुका है।
पुलिस को कई बार चकमा दिया
दोनों आरोपियों ने उदयपुर पुलिस को कई बार चकमा दिया। सप्ताह की शुरुआत में नरेन्द्र के शहर में होने की सूचना पर पुलिस ने नाकाबंदी कराई थी। पुलिस ने आरोपी का पीछा भी किया, लेकिन आरोपी चकमा देकर पुलिस की नाकाबंदी को तोड़ फरार हो गया। दो दिन पहले भी उसके बडग़ांव क्षेत्र में होने की सूचना पर पुलिस ने दबिश दी थी, लेकिन आरोपी हाथ नहीं आया। उदयपुर से फरार हुए आरोपियों ने गुरुवार रात चित्तौडगढ़ में लूट की नियत से युवक को गोली मारी और फरार हो गए। इधर हिरणमगरी थाना पुलिस ने आरोपी के एक साथी को पकड़ सख्ती से पूछताछ की तो उसने नरेन्द्र और किरण के ठिकाने बारे में बताया।
किरण मेनारिया
नरेन्द्र पानेरी
भूपालपुरा पी रोड पर हवाई फायर का मामला 

Friday, February 7, 2014

bhinmal 16 narpat singh pawan ishwar singh dhar gandhwani arms

पांच पिस्टल के साथ दो जने गिरफ्तार

 
लोडेड थी पिस्टल, 49 जिंदा कारतूस बरामद, एसपी भी पहुंचे मौके पर 
भास्कर न्यूजक्च भीनमाल
एसओजी कोटा व उदयपुर की संयुक्त टीम ने मुखबीर की सूचना पर स्थानीय पुलिस के सहयोग से शुक्रवार को स्थानीय रोडवेज बस स्टेंड से दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से पांच पिस्टल व 49 जिन्दा कारतूस बरामद किए।
एसओजी कोटा के थानाधिकारी गोविंदसिंह चारण ने बताया कि मुखबीर की सूचना पर एसओजी जयपुर के एसपी सुरेंद्र कुमार के निर्देशन में शुक्रवार दोपहर ढाई बजे स्थानीय रोडवेज बस स्टेंड से धार (एमपी) जिला अंतर्गत वाघवानी निवासी पवन पुत्र मदन सिरवी व पुलिस थाना भीनमाल अंतर्गत कुशलापुरा निवासी नरपतसिंह पुत्र अजेबसिंह राजपूत को हिरासत में लेकर तलाशी लेने पर पवन सिरवी व नरपतसिंह के जेब से एक-एक देशी लोडेड पिस्टल पाई गई। प्रत्येक पिस्टल में पांच-पांच कारतूस लोड थे। वहीं पवन के हाथ में काले बैग की तलाशी लेने पर उसमें तीन देशी पिस्टल व 39 जिंदा कारतूस पाए गए। एक पिस्टल पर मेड इन इटली लिखा हुआ था। चारण ने बताया कि दोनों को स्थानीय पुलिस थाना लाकर गहन पूछताछ करने पर उक्त हथियार अवैध होना पाया गया। जिस पर दोनों को गिरफ्तार कर हथियारों को जब्त किया गया। चारण ने बताया कि टीम में हैड कांस्टेबल रामप्रतापसिंह, कांस्टेबल सुरेंद्रसिंह, अब्दूल गफार, मोहम्मद इशाक व चन्द्रवीरसिंह एवं उदयपुर एसओजी पुलिस थाने के हैड कांस्टेबल प्यारेसिंह, कांस्टेबल देवीकिशन, परवींदर और राजपाल शामिल थे। चारण ने बताया कि नरपतसिंह के विरुद्ध पूर्व में भी अवैध हथियार के तीन मामले दर्ज है। शाम करीब सात बजे एसपी विनीत कुमार ने भीनमाल पहुंचकर एसओजी थानाधिकारी गोविंदसिंह चारण व एसआई हुकमाराम से घटना के बारे में जानकारी लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
> भीनमाल. पुलिस की गिरफ्त में आरोपी।

Thursday, February 6, 2014

munger bihar 294

मुंगेर में मिला हथियारों का जखीरा, एक बंदी

 
मखदुमचक में 294 पिस्तौल के साथ पेशगी के एक लाख से ज्यादा रुपये भी जब्त 
भास्कर संवाददातात्नमुंगेर
लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट के साथ ही मुंगेर में अवैध हथियारों का निर्माण तेज हो गया है। पुलिस असलहों के साथ एक धंधेबाज को गिरफ्तार किया है।
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बरदह के मखदुमचक में मो. नसरूल्लाह उर्फ नन्हू के घर छापेमारी की गई, जहां से भारी मात्रा में निर्मित व अद्र्धनिर्मित पिस्टल व 1 लाख, 2 हजार 850 रूपए नकद, दो मोबाइल, दस सिमकार्ड के साथ मो. नन्हू को गिरफ्तार किया गया। मुंगेर एसपी वरूण कुमार सिन्हा ने बताया कि मो. नसरूल्लाह के घर से 9 एमएम के 141 अद्र्धनिर्मित पिस्टल, 6.9 एमएम के 153 पिस्टल, 298 बैरल, 202 मैग्जीन एवं 1 लाख 2 हजार 850 रुपए बरामद किए गए।
मो. नसरूल्लाह ने अपने घर पर हथियार का गोदाम बना रखा था। हथियारों को लोकसभा चुनाव में मोटी रकम में बेचा जाना थी, जिसका वह अग्रिम भी ले चुका था। गिरफ्तार मो. नसरूल्लाह ने बताया कि शब्बीर नाम का व्यक्ति जो कि मुबारकचक का ही रहने वाला है, उसने ही ये सारे हथियार रखने को दिये थे।
प्रेस वार्ता में एएसपी संजय कुमार सिंह, एएसपी रवि रंजन कुमार, मुफस्सिल थाना प्रभारी सहित आदि उपस्थित थे। loading...

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55kg opium seized in Jodhpur

JODHPUR: In a major drug haul, the Narcotics Control Bureau (NCB) seized over 55 kg of opium and arrested one trafficker. A motorcycle along with a cash of Rs 3,54,675 was also seized. The opium was brought from Chittorgarh region and was to be supplied in Jodhpur for the preparation of smack. It is estimated to be worth Rs 30 lakh in the international market.

According to the zonal director of NCB, Neha Champawat, the bureau was constantly receiving general inputs that a large quantity of opium was being brought from Nimbahera-Chittorgarh region for sale in Jodhpur, part of which was to be used for making smack.

"On confirming the tip off, we mounted a surveillance camera near Kankani village on Jodhpur-Pali highway on the night of February 4. We found two motorcycle-borne persons approaching, when challenged them, the rider managed to escape but we caught the pillion rider identified as Premaram Bishnoi, who was in possession of a gunny sack," said Champawat.

On checking of the sack, the officials found four packets of opium, which according to Bishnoi was meant for sale in Jodhpur. Later, on interrogation he led the NCB sleuths to a grocery shop nearby, where five more packets of opium were recovered along with a Rs 3,54,675 cash which is believed to be kickback from the sale of opium.

"We have arrested Bishnoi and are interrogating him in order to find some crucial clues related to opium trafficking and their contacts," said Champawat. The motorcycle used by Bishnoi's accomplice was later found lying on the road side.

cricket bookie 04 balotara

साढ़े पांच लाख का सट्टा पकड़ा

 
भास्कर न्यूज क्च बालोतरा
बालोतरा पुलिस ने बुधवार को नेहरु कॉलोनी के किराए के मकान में दबिश देकर करीब साढ़े पांच लाख रुपए का सट्टा पकड़ा। सट्टा खेलते एक जने को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से करीब 5 लाख 32 हजार 754 रुपए का सट्टा हिसाब बरामद किया। साथ ही सट्टे में प्रयुक्त की गई सामग्री भी पुलिस ने अपने कब्जे में ली।
पुलिस के मुताबिक बुधवार शाम करीब पौने चार बजे मुखबिर से इत्तला मिलने पर थानाधिकारी सुखाराम विश्नोई के नेतृत्व में नेहरु कॉलोनी स्थित मुकेश सिंधी के किराए के मकान में दबिश दी। जहां अली हुसैन पुत्र गफ्फार शाह मुसलमान आस्ट्रेलिया में सिडनी सिक्सर वर्सेज पर्थ के मैच पर सट्टा खेलते पाया गया। पुलिस ने अली हुसैन को गिरफ्तार उसके कब्जे से 5 लाख 32 हजार 754 रुपए का सट्टा हिसाब बरामद किया। इसके अलावा उसके कब्जे से 24 मोबाइल मय लाइन बॉक्स, एक लैपटॉप, एक मिनी टीवी, एक सैटअप बॉक्स, 8 चार्जर सहित सट्टे में प्रयुक्त की गई सामग्री बरामद की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।

Wednesday, February 5, 2014

ras petrol pump loot beawar laxman singh rawat 01 22

रास में पेट्रोल पंप लूटने वाले गिरोह के दो बदमाश भीम में पकड़े गए

 
भास्कर न्यूज क्च पाली
रास गांव में गत 29 जनवरी तड़के चार बजे हथियारों के बल पर पेट्रोल पंप से 73 हजार रुपए की लूट कर भागे गिरोह के दो आरोपी राजसमंद के भीम पुलिस के हाथ लग गए, जबकि उनके दो साथियों की तलाश की जा रही है। इनके कब्जे से घटना में इस्तेमाल सैंट्रो कार भी बरामद कर ली है। ब्यावर के इसी गिरोह ने कार में आकर रास में पेट्रोल पंप लूटा था, जबकि इससे पहले 26 जनवरी की रात को छत्तीसगढ़ के लोगों से लूटपाट की थी। फिलहाल दोनों बदमाश भीम पुलिस की कस्टडी में है, जिन्हें बाद में रास थाना पुलिस कोर्ट के आदेश पर लाएगी।
पुलिस के अनुसार भीम हाइवे पर लूट के मामले में अजमेर में कुशलपुरा थाना सदर (ब्यावर) निवासी लक्ष्मणसिंह पुत्र नारायणसिंह रावत व भोजपुरा निवासी सुरेश पुत्र सवाईसिंह रावत को गिरफ्तार किया है। मामले में यशपालसिंह रावत व बलवीरसिंह फरार चल रहे हैं। आरोपी लक्ष्मण के विरुद्ध अजमेर जिले के जवाजा थाने में चोरी का प्रकरण दर्ज है। इसमें पुलिस चालान पेश कर चुकी है। सुरेश के विरुद्ध सदर थाना ब्यावर में नकबजनी, अवैध शराब रखने का एक-एक तथा मारपीट के दो मामले दर्ज हैं। इसी गिरोह ने गैंग ने गत 26 जनवरी की देर रात को भीम थाना क्षेत्र में नेशनल हाइवे पर सुरेखा घाटा में छत्तीसगढ़ के जिला धमतरी के आयरी थाना निवासी कुछ लोगों पर फायरिंग कर लूटपाट की थी। इसके बाद इसी गिरोह ने 29 जनवरी को तड़के रास में पेट्रोल पंप पर लूट की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए थे।
यूं आए पुलिस गिरफ्त में
वारदात का खुलासा करने के लिए पुलिस ने आसपास के क्षेत्र की मोबाइल लोकेशन खंगाली ली थी, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। बाद में किसी ने ऐसी लूट लक्ष्मण द्वारा करना बताया तो पुलिस ने उसे पकड़कर पूछताछ की। सख्ती पर उसने जुर्म कबूल लिया।
लक्ष्मण बोला, सीमेंट फैक्ट्री में काम करता हूं, सख्ती हुई तो कबूली लूट
पूछताछ में लक्ष्मण ने पहले खुद को सीमेंट फैक्ट्री में कार्यरत बताया। उसने बताया कि घटना वाले दिन भी वह फैक्ट्री में ही था, बाद में पुलिस उसे फैक्ट्री लेकर गई तो आरोपी संबंधित फैक्ट्री का गेट तक नहीं बता पाया। शंका पर सख्ती से पूछताछ में उसने जुर्म कबूलते हुए साथियों के नामों का भी खुलासा कर दिया। लक्ष्मणसिंह ने कुशलपुरा गांव की लड़की से शादी की थी। इसका ग्रामीणों ने विरोध किया था। इसको लेकर उसने गांव छोड़ दिया था। आरोपी मसूदा के आसपास किराये के मकान में रहने लगा था।
कर्ज चुकाने के लिए करते थे लूट
पुलिस का कहना है कि चारों आरोपी कर्जा चुकाने के लिए लूट करते थे। लक्ष्मण ने कर्ज पर कार खरीदी थी। कर्ज चुकाने के लिए आरोपियों ने लूट करना शुरू कर दिया था। लक्ष्मणसिंह गैंग का मुखिया है। ये वारदात देने के लिए उन जगहों को चुनते थे, जहां पर आवागमन कम होता है तथा सड़क भी टूटी होती है। वारदात के लिए पहले रैकी करते व सुनसान सड़क देखकर लूट को अंजाम देते थे। लूट में मिलने वाली राशि व सामान आपस में बांट लेते थे।
क्च 29 जनवरी को तड़के कार सवार लोगों पर रास में हथियारों के बल पर पेट्रोल पंप से 73 हजार रुपए लूटे थे, भीम में हाईवे पर लोगों से लूटपाट भी की थी, ब्यावर के दो बदमाश पकड़े गए, दो की तलाश

premaram bishnoi gudha bishnoiyan kankani 19 ncb ndps

स्मैक के लिए अफीम तस्करी, 55 किलो अफीम व 3.54 लाख रुपए जब्त

जोधपुरत्ननारकोटिक्स ब्यूरो ने स्मैक बनाने के लिए चित्तौडग़ढ़ से सप्लाई हो रही अफीम के नेटवर्क का भंडाफोड़ कर 55 किलो अफीम और 3.54 लाख रुपए बरामद किए। ब्यूरो की कई दिनों से इस गैंग की तलाश थी और मंगलवार-बुधवार की रात कांकाणी गांव में एक जने को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसका पार्टनर फरार होने में कामयाब हो गया। अफीम के चार बैग तो सप्लायर की मोटरसाइकिल पर ही पकड़ लिए, पांच बैग एक किराणा की दुकान से बरामद हुए। इसी दुकान की तलाशी में छुपा हुआ संदूक खोला तो उसमें एक हजार व पांच सौ के नोटों की गड्डियां मिली तो ब्यूरो टीम ने 3.54 लाख रुपए की यह राशि जब्त कर ली। पूछताछ में पता चला कि यह पैसा भी अफीम की सप्लाई से आया हुआ था। इस अफीम से स्मैक बना कर शहर में सप्लाई देनी थी। ब्यूरो की क्षेत्रीय निदेशक नेहा चंपावत ने बताया कि ग्राउंड सोर्स से सूचनाएं मिल रही थी कि निंबाहेड़ा-चित्तौडग़ढ़ से अफीम आ रही है, जिससे यहां स्मैक बनाई जा रही है। मंगलवार-बुधवार की रात स्पेसिफिक इंफार्मेशन मिली कि एक ट्रक से भारी मात्रा में अफीम आई और गुड़ा विश्नोईयां गांव का प्रेमाराम विश्नोई उसकी सप्लाई कर रहा है। ब्यूरो टीम ने संदिग्ध एरिया को घेरे में लिया तभी प्रेमाराम मोटरसाइकिल पर बोरा डाल कर ले जाता मिला। ब्यूरो टीम ने उसे रोकने का प्रयास किया तो वह झाडिय़ों में खो गया। फिर पीछा किया तो अंधेरे का फायदा उठा कर भागने लगा, लेकिन चारों तरफ से हुई घेराबंदी में वह पकड़ा गया, उसके बोरे से अफीम के 4 पैकेट बरामद हो गए। 

Tuesday, February 4, 2014

cricket bookie 13

छह क्रिकेट बुकी गिरफ्तार

 
नगर संवाददातात्नश्रीगंगानगर.
जवाहरनगर एरिया के एक मकान में लंबे समय से क्रिकेट सट्टे का धंधा कर रहे छह जनों को मंगलवार शाम जवाहरनगर पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से नकदी तो नहीं मिली, लेकिन डायरी में करीब आठ लाख रुपए का हिसाब-किताब लिखा हुआ मिला है। पुलिस ने मौके से 57 मोबाइल, एक एलईडी, दो लैपटॉप, चार्जर, दो रूम रिकार्डर सेट आदि सामान बरामद किया। कार्रवाई के वक्त पुलिस टीम को देख घर के बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
सूत्रों के अनुसार मुखबिर की सूचना पर जवाहरनगर थाना प्रभारी सीआई गजेंद्रसिंह की टीम ने मंगलवार अपरान्ह साढ़े तीन बजे जवाहरनगर स्थित दीपक गर्ग के मकान पर छापा मारा। यहां पर क्रिकेट सट्टे का धंधा कर रहे गर्ग के साथी अग्रसेननगर के पंकज कुमार (33), पुरानी आबादी के महेंद्र कुमार, अबोहर के सुमित कुमार, राजमहेंद्र व पीलीबंगा के गोपाल को गिरफ्तार किया। आरोपी सात मोबाइल से करीब 50 खाईवालों से संपर्क में थे। तलाशी के दौरान आरोपियों के पास कोई नकदी नहीं मिली। वहां रखे एक रजिस्टर में करीब सात-आठ लाख रुपए हिसाब-किताब लिखा हुआ मिला है। पुलिस आरोपियों से पता लगाने में जुटी है कि यह सट्टा कहां व किसे लिखवाते थे। इस धंधे में कब से जुड़े हुए हैं।
एक सप्ताह में दूसरी कार्रवाई
जवाहरनगर पुलिस ने क्रिकेट सट्टे का धंधा करने वालों के खिलाफ एक सप्ताह में दूसरी बड़ी कार्रवाई की है। 31 जनवरी को पुलिस ने भारत-न्यूजीलैंड के बीच आखिरी एक दिवसीय मुकाबले में जवाहरनगर एरिया से तीन जनों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों के कब्जे से एलईडी, लैपटॉप, 13 मोबाइल, चार्जर, कैलकुलेटर, हिसाब किताब लिखा रजिस्टर बरामद हुआ।
श्रीगंगानगर. जवाहरनगर पुलिस की ओर से पकड़े गए क्रिकेट बुकी।
जवाहरनगर एरिया के एक मकान में हो रहा था क्रिकेट सट्टे का धंधा, आठ लाख का हिसाब-किताब बरामद 

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अंतरराज्यीय चोर गिरोह का पर्दाफाश, छह गिरफ्तार

जोधपुर/मथानिया।पुलिस ने एक अंतरराज्यीय चोर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने चोरी में प्रयुक्त एक इनोवा गाड़ी भी बरामद की है। गिरोह ने चार दर्जन से अधिक बस यात्रियों के गहने व अटैचियां चुराने की वारदातें कबूल की हंै। सभी आरोपी हरियाणा के रहने वाले हैं।


डीसीपी (पूर्व) डॉ. राहुल जैन ने बताया कि स्पेशल टीम ने बीकानेर से एक चोर को दबोचा तो पूरे गिरोह का पर्दाफाश हो गया। पुलिस ने रामेहर पुत्र रघुवीर भिवानी, नरेश पुत्र रामाकिशन निवासी बालवा रोहतक, प्यारा पुत्र मोलूराम निवासी रोहनाल भिवानी ,ओमपाल पुत्र तेलू राम निवासी खाण्डा खेडी हिसार, संजय पुत्र मालूराम खाण्डा खेडी हिसार व सोनू उर्फ सोनी पुत्र मोली निवासी भिवानी खेड़ा को गिरफ्तार किया। चोरों ने तिंवरी, बालेसर, रामदेवरा, पंजाब, हरियाणा व दिल्ली समेत कई स्थानों पर ऎसी लूट की घटनाओं को अंजाम देना कबूला हैं।


गिरोह का मास्टर माइंड ओमपाल व प्यारा हैं, ये हर किसी अटैची, बक्से का ताला चंद सेकेण्ड में खोल देते थे। इनके पास मास्टर चाबियां भी पुलिस को बरामद हुई है। पुलिस गिरोह के तीन अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है। मथानिया थाना प्रभारी हासम खां मेहर ने बताया कि ये गिरोह इनोवा गाडी में ठाट से घूम कर चोरी की टोह लेते हैं। 

चोरी के लिए बसों में सफर



गैंग राजस्थान, पंजाब व हरियाणा में बसों में सफर करती थी। मौका देखकर वारदात को अंजाम देती थी, बाद में बड़ा सामान व भरी अटैची देखकर चोर चाबी से उन्हें खोल लेते थे।

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पुलिस का दावा- जैमर लगी जेल में पूरा लेन-देन मोबाइल पर जेल अधीक्षक बोले- हमारे जैमर नहीं रोक सकते 3जी नेटवर्क

 
प्रतापनगर फायरिंग केस में छह गिरफ्तार, सुपारी की किस्त के 27 हजार रु. और हथियार बरामद 
जेल में तैयार किया सुपारी किलर, छूटने पर जेल से ही दी टास्क, वहीं बैठे रकम भी पहुंचा दी 
...किसी भी मामले में आज तक कुछ भी नहीं हुआ।
जेल अधीक्षक का पद पिछले डेढ़ साल से खाली है। कार्यवाहक के भरोसे चल रही है जेल। 
जोधपुर जेल में तीन साल पहले एक करोड़ रुपए खर्च कर जैमर लगाए गए थे। लोगों की परेशानी यह है कि जेल के बाहर नेटवर्क नहीं मिलता। लेकिन डीसीपी (पश्चिम) हिंगलाजदान ने यही बताया है कि सारी साजिश जेल से मोबाइल पर ही रची गई। पैसा कहां से मिलेगा, कौन पहुंचाएगा और हथियारों का इंतजाम कौन करेगा सब कुछ जेल से ही तय हुआ। 
जोधपुर जेल के कार्यवाहक अधीक्षक राकेश मोहन शर्मा का कहना है कि जेल में लगे जैमर में तकनीकी परेशानी है। यह 2जी मोबाइल नेटवर्क तो रोक सकता है लेकिन 3जी नेटवर्क नहीं रोक पाता। इसके अपग्रेडेशन और मेंटेनेंस को लेकर हमने कई बार उच्चाधिकारियों को लिखा। यह अलग बात है कि यह समस्या शुरू से बनी हुई है। इस दौरान यहां एक जेलर की हत्या भी हो चुकी। 
1 भंवरी प्रकरण के आरोपी विशनाराम व कैलाश जाखड़ को कुछ बदमाश हाईकोर्ट परिसर में फायरिंग कर छुड़ा ले गए थे। इसकी साजिश जेल में रची गई।
2 शहर में चार पहिया वाहन चोरों की जो भी गैंग पकड़ी गई, पुलिस के अनुसार गाड़ी की डिमांड और सप्लाई के निर्देश जेल से ही आई है।
3 कुख्यात बदमाश अनिल पंड्या पर जोधपुर जेल में हुए हमले की साजिश भी जेल के अंदर व बाहर बैठे बदमाशों ने मोबाइल पर ही रची थी। 
यह हाल उस जेल का, जहां बंद हैं खूंखार आतंकी और आसाराम जैसे हाई प्रोफाइल आरोपी
भास्कर न्यूज त्न जोधपुर
प्रतापनगर बस स्टैंड पर 20 जनवरी ट्रैवल एजेंसी संचालक शैतानसिंह पर फायरिंग की सुपारी जोधपुर जेल में बैठे कुख्यात गैंगस्टर धनसिंह ने ली थी। उसने जेल में ही साजिश रची और वहीं से 40 हजार रुपए एडवांस देकर दो बदमाशों को फायरिंग के लिए भेजा। इनमें से एक हितेषसिंह जेल में उसके साथ रहा था। हाल ही हितेष जेल से छूटा था। जोधपुर पुलिस ने साजिश का खुलासा करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए बदमाशों से पुलिस ने दो पिस्टल और दो दर्जन जिंदा कारतूस के अलावा 27 हजार रुपए की नकदी भी बरामद की है। यह हाल उस जेल का है जो देश की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक मानी जाती है। यहां एक दर्जन से ज्यादा खूंखार आतंकी और आसाराम जैसे हाई प्रोफाइल लोग बंद हैं।
पुलिस की गिरफ्त में प्रतापनगर फायरिंग मामले के छह आरोपी।
हम अपग्रेडेशन के लिए कई बार लिख चुके : का. जेल अधीक्षक
पैसे से लेकर हथियार पहुंचाने तक की साजिश जेल से: पुलिस
अपराधियों के काम की तकनीक, बार-बार वारदातें 

Monday, February 3, 2014

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तीन जिलों का कुख्यात अपराधी क्रिकेट सट्टे में गिरफ्तार

 
जयपुरत्न अजमेर रोड पर जयसिंहपुरा रोड पर एसडीसी फ्लैट में क्रिकेट सट्टा खेलने के मामले में भांकरोटा पुलिस ने दातारामगढ़ निवासी श्रवण बुरड़क (42) को गिरफ्तार किया। उससे 9 मोबाइल फोन, एक एलसीडी, एक लैपटॉप एक सेटटॉप बॉक्स, ८००० रु. व ४ रजिस्टर बरामद किए, जिनमें क्रिकेट सट्टे का लाखों रुपए का हिसाब है। डीसीपी (पश्चिम) कैलाशचंद्र विश्नोई ने बताया कि आरोपी के खिलाफ अजमेर, सीकर व जयपुर में हत्या समेत विभिन्न आपराधिक मामलों के 25 केस दर्ज हैं। वह दातारामगढ़ के चर्चित शिवपाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी होने से ८ वर्ष जेल में काट चुका है। कुछ अरसे पहले जमानत पर बाहर आया था। हैडकांस्टेबल हरवेंद्र सिंह, कांस्टेबल हरिओम, जितेंद्र सिंह व सरजीत कुमार की टीम ने उसे पकड़ा।

Sunday, February 2, 2014

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अलवर. गाडिय़ों के टायर चुराने वाले गिरोह के चार बदमाशों को एमआईए पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से ट्रकों के दो टायर व रिम बरामद की गई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 25 जनवरी की रात चोर नाहरपुर गांव निवासी नसरू खां के ट्रक के चार टायर खोल गए थे। वारदात एमआईए इलाके में की। एमआईए थाना प्रभारी शिवराम सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने नंगला बंजीरका निवासी बिल्ला उर्फ सोराफ, रामगढ़ के गोहा चौकी गांव निवासी फारूख, मौसम तथा रोहिल उर्फ धोला मेव को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह सड़क किनारे खड़े ट्रकों के टायर चोरी करने की वारदात करता है। 

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एक साल में ट्रेनों में चार गुना बढ़ी मादक पदार्थों की तस्करी

 
मुख्य तस्कर तक नहीं पहुंच पाती है पुलिस
जीआरपी ने पूरे साल में 44 मामले पकड़े और एक भी मामले में पुलिस मुख्य तस्कर तक नहीं पहुंच सकी। पुलिस केवल सप्लायर तक ही पहुंच सकी। सीआई संजय शर्मा का कहना है कि सप्लायर के के संपर्क में कई बीच की कड़ी रहती है। वे उनके बारे में ठीक से नहीं जानते, इसलिए मुख्य तस्कर तक पहुंचाना बहुत कठिन हो जाता है।
यह पकड़े गए मुख्य मामले
ञ्च 9 अक्टूबर को ट्रेन से बोरी में भरा 15 किलो डोडाचूरा मिला और एटा निवासी विजय ठाकुर को गिरफ्तार किया।
ञ्च 18 अक्टूबर को राजेश मिश्रा के पास से पुलिस को 200 ग्राम स्मैक मिली।
ञ्च 11 नवंबर को मंदसौर निवासी सराफत खां से 500 ग्राम स्मैक मिली।
ञ्च 12 नवंबर को गरोठ निवासी मेहराज बाई से 2 किलो अफीम पकड़ी।
ञ्च 17 नवंबर को ट्रेन में लावारिस बैग में 1 किलो अफीम मिली।
ञ्च 20 नवंबर को मंदसौर निवासी प्रकाश से 100 ग्राम स्मैक पकड़ी।
ञ्च 24 नवंबर को नाहरगढ़ निवासी महेश कुमार से 1 किलो स्मैक पकड़ी।
ञ्च 11 दिसंबर को रवि कुमार के पास से 130 ग्राम स्मैक पकड़ी गई।
ञ्च 27 दिसंबर को एक बोरी में 50 किलो डोडा चूरा मिला। 
भास्कर न्यूजत्नकोटा
मादक पदार्थ की तस्करी रेल मार्ग से तेज हो गई है। पिछले साल की अपेक्षा मामले भी चार गुना हो गए हैं। इधर, तीन महीनों में इस तरह के काफी मामले सामने आए हैं। जीआरपी ने पकड़े गए लोगों से उनके पास से भारी मात्रा में स्मैक और अफीम पकड़ी है।
जीआरपी ने पिछले साल 2012 में केवल 11 मामले एनडीपीएस एक्ट में दर्ज किए थे। इस बार पुलिस ने पिछले 3 माह में 13 मामले पकड़ लिए। पूरे साल में करीब 44 मामले पकड़े हैं। पुलिस का मानना है कि तस्कर ट्रेन से मादक पदार्थ इसलिए लाते हैं कि पुलिस आसानी से उन तक नहीं पहुंच सकती है। वे अधिकतर लोकल डिब्बों में सफर करते हैं। इन डिब्बों में भीड़भाड़ होती है और पुलिस के जवान उनमें ठीक प्रकार से चेक नहीं कर पाते। इसका फायदा उठाकर वे आसानी से माल इधर का उधर कर देते हैं। तस्कर हर बार नया तरीका अपनाते हैं। कभी मिठाई के पैकेट, कभी आचार की डिब्बे में रखकर ले जाते हैं तो कभी पेट के बांधकर तो भी नी केप के बीच छिपाकर ले जाते हैं। ट्रेनों से तस्करी ज्यादा होने पर पुलिस भी निगरानी बढ़ा दी है। तस्कर मादक पदार्थ ले जाने के लिए नए-नए तरीके अपनाते हैं। पकड़े गए मामलों में केवल कैरियर ही पकड़ में आए हैं। सड़क मार्ग पर पुलिस की नाकाबंदी और कई तरह की परेशानी होने से तस्करों ने ट्रेनों से आना-जाना ज्यादा कर दिया है।
ट्रेन में लावारिस छोड़ देते हैं मादक पदार्थ
जीआरपी ने पिछले तीन माह में पकड़े गए मामलों में ऐसे भी मामले सामने आए, जिनमें मादक पदार्थ को लावारिस हालत में छोड़ा गया था। माल पकड़े जाने के बाद कोई सामने नहीं आया। उसके बारे में पुलिस को जानकारी मिल सकी।
अपराधत्न 2012 में 11 तो 2013 में जीआरपी ने पकड़े 44 मामले, पिछले ३ माह में १३ मामले पकड़़े 

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शराब के ट्रकों से अवैध वसूली 4 पुलिसकर्मी समेत ६ गिरफ्तार

 
राजसमंद जिले में तैनात हैं चारों आरोपी पुलिसकर्मी, सेवा से निलंबित, जेल भेजा
ब्यावर सदर थाना पुलिस की गाड़ी को मारी टक्कर, पुलिस से किया विवाद, एक आरोपी फरार 
॥राजसमंद एसपी को मामले से अवगत करवा दिया गया है। पकड़े गए पुलिस कर्मियों का पिछला रिकार्ड भी खराब है। आरोपियों के बारे में किसी ट्रक चालक ने शिकायत नहीं दी है। पुलिस गाड़ी को क्षतिग्रस्त करने और राजकार्य में बाधा पहुंचाने के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। -प्रफुल्ल कुमार, एसपी, अजमेर
ब्यावर. पुलिस गिरफ्त में आरोपी व जब्त किए गए वाहन।
ब्यावर. पुलिस गिरफ्त में आरोपी पुलिसकर्मी।
भास्कर न्यूजत्नब्यावर
सदर थाना पुलिस ने रविवार तड़के हाइवे पर अवैध शराब की तस्करी करने वाले ट्रकों से वसूली करने के शक में चार पुलिस कर्मियों को पीछा कर पकड़ लिया। इनके दो साथियों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस दल से बचने के लिए दो गाडिय़ों में सवार आरोपियों ने अपनी कार से पुलिस की गाड़ी को टक्कर मार दी थी, लेकिन पुलिस दल ने आरोपियों को दबोच लिया। पुलिस दल के घेरे में आने के बाद आरोपियों ने पुलिस दल में शामिल जवानों से विवाद और फिर हाथापाई की भी कोशिश की।
इस बीच एक आरोपी फरार हो गया। पकड़े गए चार पुलिस कर्मी राजसमंद जिले के हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ राजकार्य में बाधा और सरकारी गाड़ी को नुकसान पहुंचाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों को कोर्ट के आदेश से जेल भेज दिया गया। राजसमंद एसपी श्वेता धनकड ने आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
तस्करों से करते थे वसूली
एएसपी कालूराम रावत ने बताया कि शनिवार रात थाना प्रभारी रविंद्र प्रताप सिंह जाब्ते के साथ हाइवे पर गश्त कर रहे थे। रात करीब १.३० बजे अजमेर रोड हाइवे पर एक वैन और एक अल्टो कार की गतिविधियां संदिग्ध लगने पर पुलिस टीम ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। दोनों कार के चालकों ने कार भगा दी। पीछा करने पर चालक ने पुलिस वाहन को टक्कर मार फरार होने का प्रयास किया। पुलिस ने तीन किलोमीटर पीछा कर देलवाड़ा रोड बाइपास के समीप आरोपियों को घेर लिया। इस बीच एक आरोपी फरार हो गया। पुलिस ने दोनों वाहनों में सवार ६ जनों को पकड़ कर थाने ले आए। पूछताछ में सामने आया कि पकड़े गए पुलिस कर्मियों में राजसमंद जिले के खमनौर में तैनात कांस्टेबल खुमान सिंह, देवगढ़ में तैनात कांस्टेबल विश्वेंद्र सिंह, रेलमगरा में तैनात रमेशचंद, कामलीघाट में सुरेंद्र सिंह पिछले कुछ महीनों से अपने साथियों चणावदा निवासी धनराज और कानोड़ निवासी शंकर साहू के साथ हाइवे पर ट्रकों से वसूली करने का गोरखधंधा करते थे। 
रैकी से पकड़ते थे शराब
एएसपी ने बताया कि आरोपी ऐसे ट्रकों की रैकी करते थे जो अवैध रूप से शराब की तस्करी करते थे। ऐसे ट्रकों को निशाना बनाने के बाद ये उन्हें रोकते और पुलिस कर्मी होने का फायदा उठाते हुए उनसे वसूली करते। शनिवार को भी आरोपी इसी वारदात की फिराक में घूम रहे थे। पुलिस आरोपियों से ये जानने का प्रयास कर रही है कि उनके साथ सातवां आरोपी कौन था, जो मौके से फरार हो गया। आरोपियों के वाहनों की तलाशी में पुलिस के उनमें लाठी, हॉकी, सरिए और कपड़े मिले हैं। गिरफ्तार सभी पुलिसकर्मी १९९२ से २००८ के बैच के हैं। मामले की जानकारी मिलने पर अजमेर एसपी प्रफुल्ल कुमार ने राजसमंद एसपी को शिकायत करते हुए विभाग से आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की अनुशंसा का पत्र लिखा है। 

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डेयरी संचालक से त्र डेढ़ लाख ठग कर भाग रहे ४ जने गिरफ्तार

 
मोबाइल पर लालच देकर फंसाया 
सिंधी कैंप बस स्टैंड के सामने एक होटल के बाहर धन तिगुना करने का झांसा देकर हड़पे रुपए 
भास्कर न्यूज त्न जयपुर
सिंधी कैंप बस स्टैंड के सामने एक होटल के बाहर डेयरी संचालक को धन तिगुना करने का झांसा देकर डेढ़ लाख रुपए हड़पकर भाग रहे चार बदमाशों को डेयरी संचालक व उनके साथी ने राहगीरों की मदद से पकड़ लिया। जालूपुरा पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर रविवार को कोर्ट में पेशकर चार दिन के रिमांड पर लिया है। प्रारंभिक पड़ताल में बदमाशों ने छह वारदात करना बताया। दिल्ली के इस गिरोह का सरगना संजय है।
एडिशनल डीसीपी राजेश सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मुंबई निवासी राजू सैलार पाटिल (34), सुल्तानपुरी, नई दिल्ली निवासी सागर उर्फ बबलू (39), हैदरपुर नई दिल्ली निवासी रामतिलक (32) और नई दिल्ली दया बस्ती, सराय होटल के समीप रहने वाला अरविंद कुमार है। मामले की जांच एएसआई जयप्रकाश को सौंपी गई है।
शक होने पर बैग खोला, तो निकली कागज की गड्डियां
होटल के बाहर चारों बदमाशों ने अहसान से बैग ले लिए, जिन्हें काले रंग के एक बैग में रख दिया। उसके बाद उन्होंने अहसान व उसके साथी शौकीन को बातों में फंसाया, रुपयों से भरे बैग को बदलकर ठीक वैसा ही बैग अहसान को थमाया और बताया कि बैग को घर जाकर खोलेगा तो 5 लाख रु. मिलेंगे। अहसान ने बैग हाथ में लिया तो वजन हल्का लगा। शक होने पर उसने बैग की चेन वहीं खोली, तो कागज की गड्डियां भरी नजर आईं। अहसान व शौकीन ने सूझबूझ दिखाकर दो बदमाशों को दबोच लिया और शोर मचाने लगे। इस पर दो बदमाश भागने लगे तो उन्हें आसपास मौजूद राहगीरों ने दबोच लिया। सूचना मिलने पर जालूपुरा थानाप्रभारी मौके पर पहुंचे और आरोपियों को पकड़कर थाने ले आए।
नाहरी का नाका, शास्त्री नगर निवासी अहसान की दूध की डेयरी है। करीब दो-तीन माह से गिरोह के बदमाश अहसान को फोन कर धन तिगुना करने का लालच देकर 3-४ लाख रुपयों का इंतजाम करने को कह रहे थे। झांसे में आकर अहसान कुछ दिनों पहले दिल्ली जाकर सरगना संजय से मिलकर आया। उसने बताया कि वह सिर्फ डेढ़ लाख रुपए का इंतजाम कर सका। दो दिन पहले आरोपी राजू यहां आकर रामनगर कॉलोनी में एक होटल में ठहरा। शनिवार को तीनों आरोपी भी यहां पहुंचे। बदमाशों ने अहसान से संपर्क कर उसे दोपहर को होटल दीप मंदिर के बाहर बुलवाया।
पीतल की गिन्नियां भी मिली बैग में : बदमाशों के पास मिले बैग में पीतल की गिन्नियां भी मिली हैं। बदमाशों ने लोगों को धन तिगुना करने के लालच के अलावा सोने की गिन्नियां बेचने का झांसा दिया। 

Saturday, February 1, 2014

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कोर्ट में पेशी पर आया कैदी फिल्मी स्टाइल में फरार

 
तलाश जारी 
कैदी से मिलने आए थे पिता व भाई 
हत्या का आरोपी है कंवराराम 
सुरक्षा में चूकत्न पुलिस को चकमा देकर भागा हत्या का आरोपी 

गत साल मिठड़ा गांव में स्थित एक निजी कंपनी के टॉवर से तेल चोरी करने की नियत से कंवराराम व उसके तीन साथियों ने गार्ड पर बोलेरो चढ़ाकर हत्या की थी। इस आशय का सदर थाने में मामला दर्ज है। 
कैदी कंवराराम को कोर्ट से भगाकर ले जाने की प्लानिंग उसके सहयोगियों ने पहले कर रखी थी। वे बोलेरो कैंपर गाड़ी में सवार थे। जैसे ही चालानी गार्ड कैदियों के साथ कोर्ट से बाहर निकले तो इशारा मिलते ही कंवराराम बोलेरो की तरफ भागा। गाड़ी पहले से स्टार्ट थी। उसने दौड़ते हुए गाड़ी को पकड़ा और सवार होकर भाग निकला। इतना ही नहीं शनिवार को कैदी कंवराराम के भाई व पिता भी उससे मिलने आए थे। 
कलेक्ट्री में अफरा तफरी
कलेक्ट्री में चालानी गार्ड चारों कैदियों को पकड़कर ले जा रहे थे। अचानक कैदी कंवराराम ने गार्ड को धक्का मारते हुए दौड़ गया। इस पर पुलिस जवान पीछे भागे। यह माजरा देखकर कलेक्ट्री परिसर में लोगों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस कंट्रोल रूम से सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
छह पुलिस टीमें गठित, जिले भर में नाकेबंदी
कोर्ट परिसर से फरार हुए कैदी को पकडऩे के लिए डीएसपी ओमप्रकाश गौतम के नेतृत्व में थानाधिकारी कोतवाली, गिड़ा, गिराब, ग्रामीण, सदर समेत छह टीमें गठित की गई। साथ ही पूरे जिले में जगह जगह नाकेबंदी कर कैदी की तलाश शुरू की। देर रात तक पुलिस का तलाशी अभियान जारी रहा। लेकिन कैदी का कोई सुराग नहीं मिला। 
भास्कर न्यूज. बाड़मेर.
जिला कारागृह से कोर्ट में पेशी पर आया एक कैदी पुलिस को चकमा देकर फिल्मी स्टाइल में भाग छूटा। पुलिस ने पीछा करते हुए पकडऩे का प्रयास किया, लेकिन वह बोलेरो में सवार होकर फरार हो गया। इससे एकबारगी अफरा तफरी मच गई। इसके बाद शहर के चारों तरफ नाकेबंदी की गई। पुलिसकर्मियों ने बोलेरो का पीछा किया, लेकिन तब तक कैदी अपने साथियों के साथ भाग निकला। इस घटना के बाद एसपी के निर्देशानुसार छह पुलिस टीमें गठित कर तलाशी शुरू की गई। देर रात तक फरार हुए कैदी का सुराग नहीं मिला।
शनिवार सुबह जिला कारागृह से हत्या के आरोप में सजा काट रहे चार कैदियों को चालानी गार्ड फास्ट ट्रैक अदालत में पेशी पर लेकर आए। पेशी होने के बाद कैदियों को लेकर गार्ड रवाना हुए। बाहर आते ही कैदी कंवराराम पुत्र वखताराम जाट निवासी बोला ने गार्ड को धक्का मारते हुए भागने लगा। इस पर पुलिस जवानों ने उसे पकडऩे का प्रयास किया। इतने में वहां खड़ी बोलेरो गाड़ी रवाना हुई तो कंवराराम पीछे लटक गया। कुछ ही दूरी पर जाकर गाड़ी की रफ्तार धीमी होते ही कैदी गाड़ी के अंदर बैठ गया। इस पर पुलिस ने बाइक पर पीछा शुरू किया। इधर, सूचना मिलने पर शहर में जगह जगह नाकेबंदी की गई। लेकिन कैदी गेहूं रोड के रास्ते बोलेरो से भाग छूटा। इस संबंध में चालानी गार्ड याकूब खां ने मामला दर्ज करवाया कि हत्या के आरोपी कंवराराम को पेशी से ले जा रहे थे। इस दौरान कैदी ने उसे धक्का मारते हुए बोलेरो में सवार होकर फरार हो गया। 

cricket bookie 13

पुलिस ने जवाहर नगर व जे ब्लॉक में मारा छापा 
नगर संवाददातात्नश्रीगंगानगर
शुक्रवार को भारत-न्यूजीलैंड के बीच आखिरी एकदिवसीय मुकाबले में जवाहरनगर थानाक्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर सट्टा लगने की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने छापा मारकर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मौके पर क्रिकेट बुकी में उपयोग किया जा रहे सामान बरामद किए।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि कई महिनों से घर से ही क्रिकेट बुकी का धंधा चला रहे थे। जे ब्लॉक स्थित दिनेश अग्रवाल के घर पर छापा मारा। यहां से एलईडी, लैपटॉप, 13 मोबाइल, चार्जर, कैलकुलेटर, हिसाब किताब लिखा रजिस्टर बरामद किए। पुलिस ने मौके से अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद सिटी हॉस्पिटल के पास गौतम वधवा के मकान पर पुलिस ने छापा मारा। वहां गौतम वधवा अपने दोस्त दीपक गुप्ता निवासी वार्ड नंबर 14 पुरानी आबादी के साथ क्रिकेट बुकी चला रहा था। वहां से पुलिस ने एलसीडी, एक लैपटाप, सात मोबाइल, चार्जर, कैलकुलेटर व हिसाब-किताब लिखा रजिस्टर बरामद किया।
श्रीगंगानगर. जवाहर नगर पुलिस द्वारा क्रिकेट बुकी चलाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए तीन आरोपी। 

narendra paneri kiran menariya sylvestor @ deepu @ daniel ravi khatik bhupalpura 27

वसूली और दहशत बनाए रखने के लिए किया था फायर

 
ऐसे दिया था वारदात को अंजाम 
रोक के बावजूद दो महीने से आ रहा था राजस्थान 
भूपालपुरा पी रोड प्रकरण : साजिश का हिस्सा थी भू व्यवसायी के पड़ोसी पर फायरिंग, आरोपियों का एक साथी गिरफ्तार 
डीएसपी गोवर्धनलाल ने बताया कि आरोपियों ने फायरिंग की साजिश रात को ही रच ली थी। सुबह चारों सिल्वेस्टर की कार में भूपालपुरा पी रोड तक आए। गाड़ी रवि चला रहा था। नुक्कड़ पर गाड़ी खड़ी कर सिल्वेस्टर और किरण गली के अंदर पैदल आए। विमल भटनागर के घर के बाहर पहुंचकर भू व्यवसायी मुकेश जैन के बारे में पूछा और दहशत फैलाने के लिए विमल भटनागर पर निशाना साधते हुए हवाई फायर किया। दोनों आरोपी भागकर गली के बाहर खड़ी गाड़ी तक आए, फिर चारों लोग वहां से फरार हो गए। घटना में उपयोग हुई गाड़ी भी सिल्वेस्टर ने कुछ समय पहले अपने पिता के नाम सैकंड हेंड खरीदी थी। 
कुख्यात सिल्वेस्टर के राजस्थान में प्रवेश पर रोक है। हर महीने की पांच तारीख को सिल्वेस्टर को अहमदाबाद के नवरंग थाने में पेश होना पड़ता है। इसके बावजूद वह दो महीने से लगातार उदयपुर आ रहा था और खुले आम घूम रहा था। दो महीने तक उसकी आवाजाही होने के बावजूद पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।
पहली बार अपराध में शामिल हुआ और पकड़ा गया
रवि खटीक का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। वह दो महीने से सिल्वेस्टर के साथ घूम रहा था। घटना के बाद अन्य तीन अपराधी फरार हो गए, लेकिन रवि खटीक गिरोह का नया सदस्य होने से भागने में सफल नहीं हो सका। नरेन्द्र पानेरी और किरण मेनारिया हिरणमगरी थाने के हिस्ट्रीशीटर हैं। इनके खिलाफ फिरौती, धमकाने, जानलेवा हमला सहित अन्य मामले दर्ज हैं।
गिरफ्तार हुआ रवि खटीक।
फरार आरोपी किरण मेनारिया
फरार आरोपी नरेन्द्र पानेरी
फरार आरोपी सिल्वेस्टर
नगर संवाददाता त्नउदयपुर
भूपालपुरा के पी रोड पर फायरिंग के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में पुलिस ने सोहराबुद्दीन एनकाउंटर से जुड़े कुख्यात अपराधी सिल्वेस्टर सहित चार लोगों को नामजद किया है। आरोपियों ने भू व्यवसायियों से वसूली और इलाके में दहशत फैलाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया था। भू व्यवसायी के पड़ोसी के घर हवाई फायर आरोपियों की भूल नहीं, बल्कि साजिश का हिस्सा थी, ताकि भू व्यवसायी डर से उन तक रुपए पहुंचा दें।
एसपी अजयपाल लांबा ने बताया कि मामले में कृष्णपुरा (भूपालपुरा) निवासी रवि खटीक पुत्र सुरेश को गिरफ्तार किया गया है। वारदात में काम ली गाड़ी भी जब्त कर ली गई है। रवि ने पूछताछ में मामले का खुलासा किया और दूसरे साथियों के बारे में बताया। फायरिंग के मुख्य आरोपी भूपालपुरा निवासी सिल्वेस्टर उर्फ दीपू पुत्र डेनियल, पानेरियों की मादड़ी निवासी किरण पुत्र ख्याली लाल मेनारिया, नरेन्द्र पुत्र मांगीलाल पानेरी की तलाश की जा रही है। वारदात का खुलासा थानाधिकारी के नेतृत्व में कांस्टेबल बनवारी लाल, देवेन्द्र सिंह, नरपत सिंह, कमलेश, स्पेशल टीम के हेड कांस्टेबल इतवारी लाल, कांस्टेबल सुखदेव, अखिलेश ने किया है।